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क्यों आते हैं सपने ?

अनथक
अनथक
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dreamsक्यों आते हैं सपने ?
Dr . Ram Pal Srivastava
भारतीय समाज में सपनों को लेकर कुछ मान्यताएं और कई भ्रांतियां हैं | कुछ लोगों को रोज डरावने सपने दिखाई देते हैं | इनमें से कुछ ऐसे लोग होते हैं , जो इनसे छुटकारा पाने के लिए मुल्ला, मौलवी, आेझा, पंडित, चमत्कारी बाबाआें की शरण में जाते है | भयानक सपने देखने से पिंड छूट सके , इसके लिए कुछ अन्य प्रयास भी करते हैं | दुनिया में शायद ही कोई एेसा व्यक्ति हो जिसने सपने न देखे हों। सभी लोग सपने देखते हैं – कुछ लोग कम , तो लोग अधिक | कुछ लोग रोज सपने देखते हैं , तो कुछ हफ्ता दस दिन में तो कुछ महीनों के अंतराल में देखते हैं , पर देखते जरूर हैं। लेकिन आज भी लोगों के लिए सपने देखना रहस्य बना हुआ है। सपनों की दुनिया विचित्र है क्योंकि सुखद सपने कम ही दिखाई देते हैं। ज्यादातर लोगों को डरावने सपने दिखाई देते हैं। रोज-रोज भयभीत कर देने वाले सपनों से लोग डरने लगते हैं और उनमें यह डर स्थायी रूप से घर करने लगता है | इसलिए वह उनसे पीछा छुड़ाने के लिए भगत, आेझा या चमत्कारी बाबाआें के पास जाते हैं।
हैरानी की बात तो यह है कि जिस चीज की आप कल्पना नहीं करते , कई बार वह भी सपने में दिखाई देती है । भारतीय समाज में सपनों को लेकर कुछ मान्यताएं और कुछ भ्रांतियां हैं। जैसे , अगर किसी को सपने में मौत और उससे जुड़ी चीजें दिखाई देती हैं , तो माना जाता है कि आज उसे शादी, उत्सव या खुशी का माहौल देखने को मिलेगा। अगर उसे सपने में शादी दिखाई देती है तो माना जाता है कि आज उसे किसी की मौत का समाचार मिलेगा। अगर किसी परिजन, परिचित, या
रिश्तेदार की मौत दिखाई देती है , तो कहा जाता है कि उसकी उम्र बढ़ गई। इस तरह से हर स्वप्न का मतलब निकाल लिया जाता है।
कुछ लोगों को सपने में भूत—प्रेत या भयानक सपने आते हैं , तो उसे घबराहट होने लगती है। आम तौर पर सपने देखते समय यह लगता ही नहीं है कि हम सो रहे हैं या सपना देख रहे हैं , बल्कि लगता है कि जो कुछ उस समय हो रहा है , वह सब सही है। कई बार सपने में भूत—प्रेत या कोई अन्य उसे मार रहा है , काट रहा है और वह जान बचाने के लिए चीख रहा है , चिल्ला रहा है , तो एेसे में कई बार उसकी सोते में चीख निकल जाती है। उसके साथ या उसके आसपास जो लोग सो रहे होते हैं , वे जाग जाते हैं और वह भी जाग जाता है , तब उसे अहसास होता है कि वह सपने की दुनिया में था। सपने में कहीं किसी को जेल में उसे कोई मार रहा है या उसका किसी से झगड़ा हो रहा है या वह कहीं जंगल में खतरनाक जानवरों के बीच फंसा है और अपनी जान बचाता फिर रहा है या कही कोई भूत—प्रेत उसकी जान ले रहा है और इसी तरह के डरावने सपने रोज देख रहा है तो वह इसे बह किसी का ‘किया – कराया’ मानने लगता है। उस लगता है कि उसके किसी दुश्मन ने उस पर कुछ कर दिया है, इससे उसे रोज डरावने सपने आते हैं। इसलिए वह इसका इलाज कराने के लिए तांत्रिकों के पास जाने लगता है।
कहीं बागों में घूम रहे हैं, शादी समारोह में भाग ले रहे हैं कहीं सैर कर रहे हैं, कहीं मॉल में मौज – मस्ती कर रहे हैं या इसी तरह के खुशी भरे पलों के सपने कम आते हैं। सपने क्यों आते हैं इस बारे में मशहूर मनोचिकित्सक और इंदिरा गांधी अस्पताल , नई दिल्ली के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ$ टी . पी . जिंदल कहते हैं कि ‘जब हम सो रहे होते हैं तब भी हमारा दिमाग काम कर रहा होता है। हम अर्धचेतन अवस्था में होते हैं। जो बात हम दिन में सोचते हैं, देखते हैं या जिसके बारे में बात करते हैं वही बातें हमें रूप बदलकर सपने में दिखाई देती हैं , इसलिए हम उसे पहचान नहीं पाते। जिस सपने को दिमाग अपनी याद में बसा लेता है वह सपना हमें सुबह याद रहता है | कई बार बहुत समय तक याद रहता है। जिसे दिमाग ग्रहण नहीं करता उसे हम सुबह होते ही भूल जाते हैं। ‘ वे बताते हैं कि जो आदमी परेशान होता है , उसके जीवन में दुख होते हैं और कष्ट भरा जीवन जी रहा होता है तो उसे दुखद और भयानक सपने दिखाई देते हैं। जो व्यक्ति खुशहाल और सुखी होता है उसे सपने कम दिखाई देते हैं और जब दिखाई देते हैं सुखद, सुहावने और अच्छे सपने दिखाई देते हैं। डॉ . जिंदल का मानना है कि सपनों का सामाजिक मान्यताआें से कोई लेना देना नहीं होता है और इसे लेकर परेशान नहीं होना चाहिए | भयानक सपनों से बचने के लिए सदा सकारात्मक चिन्तन और दृष्टिकोण अपनाना चाहिए | यही इनका प्रभावकारी उपचार है |

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